भारत में स्काउटिंग की शुरुआत वर्ष 1909 में हुई, जब कैप्टन टी.एच.बेकर ने बैंगलोर में पहली स्काउट ट्रूप की स्थापना की और इसे शाही मुख्यालय, लंदन में पंजीकृत कराया। इसके बाद, बेंगलुरु, कलकत्ता, किर्की (पुणे), शिमला, मद्रास, जबलपुर, लोनावला (मुंबई) में स्काउट ट्रूप्स का गठन किया गया और 1910 और 1911 के दौरान इंपीरियल मुख्यालय के साथ पंजीकृत किया गया। ये इकाइयां केवल यूरोपीय और एंग्लो इंडियन बच्चों के लिए खुली थीं। हमारे देश की आजादी के बाद भारत में कार्यरत स्काउट एवं गाइड संघों के एकीकरण के प्रयास किये गये।
हमारे विद्यालय में प्रवेश से लेकर राष्ट्रपति पुरस्कार तक स्काउट्स, शावकों और बुलबुलों की आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न गतिविधियाँ नियमित रूप से की जाती हैं। स्काउट्स, शावकों और बुलबुलों के लिए प्रत्येक की एक-एक इकाई यहाँ काम कर रही है।.